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विष के दाँत VVI Questions Part – 03

विष के दाँत VVI Questions Part – 03

 

Q.1. खोखा किन मामलों मे अपवाद था ?

उत्तर – खोखा अपने माता-पिता के ढलती उम्र मे पैदा हुआ था इसलिए वह प्रकृति के नियम का अपवाद था | खोखा के माता-पिता को उसके पहले सिर्फ लड़कियां थी इसलिए उसे प्यार-दुलार के नाम पर सभी तरह की आजादी थी | उसके माता-पिता उसके विध्वंशक कार्यों मे भी इंजीनीयर  बनने की संभावना को देखते थे जबकि बेटियों को यह सीखाते थे की उसे क्या नहीं करना चाहिए | इस तरह खोखा हरेक मामलों मे अपवाद था।

 

Q.2. सेन दंपती खोखा मे कैसी संभावनाएँ देखते थे और उन संभावनाओं के लिए उन्होंने उसकी कैसी शिक्षा तय की ?

उत्तर –  सेन दंपती खोखा मे इंजीनीयर बनने की संभावनाएँ देखते थे | वे उसे बिजनेसमैन इंजीनीयर बनाना चाहते थे।

इन संभावनाओं के लिए उन्होंने कारखाने के बढ़ई – मिस्त्री को घर पर बुलाकर उसे कुछ ठोक-पीट कर खोखा को ट्रेंड करने का इंतजाम किया था।

 

Q.3. सेन साहब और उनके मित्रों के बीच क्या बातचीत हुई  और पत्रकार मित्र ने उन्हे किस तरह उत्तर दिया ?

उत्तर – सेन साहब और उनके मित्रों के बीच पुत्रों के भविष्य मे कुछ होने की बातचीत हुई | सेन साहब पहले ही बोल उठे की वे अपने पुत्र को इंजीनीयर बनाना चाहते हैँ | जब पत्रकार महोदय से पूछा गया की अपने बच्चों के विषय मे उनका क्या विचार है , तब उन्होंने कहा – ” मै चाहता हूँ की वह जेंटिलमैन जरूर बने और जो कुछ बने, उसका काम है, उससे पूरी आजादी रहेगी |” पत्रकार महोदय के स्वर मे व्यंग्य था।

 

Q.4. मदन और ड्राइवर के बीच के विवाद के द्वारा कहानीकार क्या बताना चाहता है ?

उत्तर – मदन और ड्राइवर के बीच के विवाद के द्वारा कहानीकार समाज मे फैली असमानता के बारे मे बताना चाहते हैँ | एक गरीब बच्चा जब गाड़ी को छूकर देखना चाहता है तो उसे ढकेल कर गिरा दिया जाता है लेकिन वहीं पर अगर एक अमीरजादा गाड़ी को नुकसान भी पहुंचाता है तो उसमे इंजीनीयर बनने की संभावना देखी जाती है | इस विवाद के द्वारा कहानीकार गरीब के अंदर पनपते विरोध को भी बताना चाहते थे क्योंकि मदन बार-बार ड्राइवर पर झपटता है।

 

Q.5. काशू  और मदन के बीच झगड़े का कारण क्या था ? इस प्रसंग के द्वारा लेखक क्या दिखाना चाहता है ?

उत्तर – काशू और मदन के बीच झगड़े का कारण लट्टू का खेल था जिसे गली के लड़के गली मे खेल रहे थे | जब काशू गली मे पहुँचा तो बच्चों को खेलते देखकर काशू का मन भी खेलने के लिए मचल गया | जिस खेल का नेता मदन था जो उसके द्वारा अपमानित हुआ था इस कारण मदन ने काशू को खेलने नहीं दिया | इस पर काशू ने मदन को एक घूँसा मारा | फिर मदन ने भी उसे मार कर घर पहुँचा दिया।

इस प्रसंग के द्वारा लेखक दिखाना चाहते हैँ की अगर बच्चों के बीच मे बड़े लोग नहीं आए तो गरीब का बच्चा भी कमजोर नहीं होता है | वह अपने अपमान का बदला खुद ले सकता है।

 

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