Hindi Answers Key Sent Up Exam 2022 Class 10th
Sent Up Exam Answers Key 2022 Hindi Class 10th [Set – A]
1 | C | 11 | A | 21 | A |
2 | A | 12 | B | 22 | C |
3 | C | 13 | C | 23 | C |
4 | C | 14 | A | 24 | C |
5 | A | 15 | B | 25 | C |
6 | D | 16 | A | 26 | A |
7 | C | 17 | B | 27 | C |
8 | A | 18 | C | 28 | B |
9 | B | 19 | B | 29 | A |
10 | C | 20 | A | 30 | B |
31 | B | 41 | A | 51 | D |
32 | C | 42 | B | 52 | D |
33 | A | 43 | B | 53 | A |
34 | C | 44 | C | 54 | C |
35 | C | 45 | B | 55 | A |
36 | A | 46 | D | 56 | D |
37 | C | 47 | B | 57 | A |
38 | A | 48 | C | 58 | A |
39 | D | 49 | D | 59 | D |
40 | D | 50 | B | 60 | A |
61 | A | 71 | B | 81 | C |
62 | B | 72 | C | 82 | A |
63 | B | 73 | C | 83 | C |
64 | B | 75 | C | 84 | B |
65 | A | 75 | C | 85 | D |
66 | B | 76 | C | 86 | B |
67 | D | 77 | A | 87 | A |
68 | B | 78 | A | 88 | B |
69 | C | 79 | A | 89 | C |
70 | B | 80 | B | 90 | C |
91 | C | 96 | C |
92 | C | 97 | C |
93 | C | 98 | A |
94 | B | 99 | B |
95 | A | 100 | A |
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Sent Up Exam Answers Key 2022 Hindi Class 10th Subjective Questions [Set – A]
(I) महापुरुषों ने जीवन को एक कर्मक्षेत्र क्यों कहा है ?
उत्तर:- क्योंकि हमें कर्म के लिए जीवन मिला है |
(ii) हमारे शत्रु कौन है ?
उत्तर:- कठिनाइयाँ, दुख और कष्ट हमारे शत्रु हैं, जिनका हमें सामना करना है और उनके विरुद्ध संघर्ष करके हमें विजयी बनना है।
(iii) शेक्सपियर ने कायर व्यक्ति की मृत्यु के बारे में क्या कहा है ?
उत्तर:- कायर अपनी मृत्यु से पूर्व अनेक बार मरते हैं। किंतु वीर एक से अधिक बार कभी नहीं मरते |
(iv) संसार के महापुरुष हमें क्या शिक्षा देते हैं ?
उत्तर:- महानता का रहस्य संघर्षशीलता, अपराजेय व्यक्तित्व है । संघर्ष के मार्ग में अकेला ही चलना पड़ता है। कोई बाहरी शक्ति आपकी सहायता नहीं करती है।
(v) जीवन में सफलता कैसे प्राप्त की जा सकती है ?
उत्तर:- परिश्रम, दृढ इच्छाशक्ति, लगन आदि मानवीय गुण व्यक्ति को संघर्ष करने और जीवन में सफलता प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करते हैं ।
2. (क) (I) किसी काम या पेशे के बारे में गांधी जी की मान्यता क्या थी ?
उत्तर:- कोई काम बड़ा नहीं, कोई काम छोटा नहीं होता है, इस कारण सब काम को मान्यता प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि साधन शुद्धता को बुनियाद पर एक ठीक समाज पर खड़ा हो ।
(ii) गाँधी जी सबसे अच्छी कमाई किसे मानते थे ?
उत्तर:- उन्होंने पसीने की कमाई को सबसे अच्छी कमाई माना और शारीरिक श्रमको
(iii) चंपारण सत्याग्रह के दौरान गाँधी जो आध्यात्मिक प्रयोग क्यों कर रहे थे?
उत्तर:- गरीब जनता की सेवा करने और उनकी तकदीर बदलने के साथ देश को आजाद कराने के लिए ।
(iv) गाँधी जी लोगों की शारीरिक श्रम का महत्व किस तरह समझा रहे थे ?
उत्तर:- कोई काम बड़ा नहीं, कोई काम छोटा नहीं। इस मान्य प्राथमिकता दी, ताकि साधन शुद्धता को बुनियाद पर एक ठीक समाज खड़ा हो हिंदुस्तान आत्मनिर्भर, स्वावलम्बी और आत्मसम्मानित देश के रूप में विश्व-बिरादरी के अपनी एक खास पहचान बनाए और फिर उसे बरकरार भी रखे ।
(v) शारीरिक श्रम को महत्व देने और काम को समान समझने के पीछे गाँधी जो की दूरदर्शिता क्या थी ?
उत्तर:- चंपारण में गाँधीजी न सिर्फ सत्य और अहिंसा का सार्वजनिक हितो
में प्रयोग कर रहे थे बल्कि हलुवा बनाने से लेकर सिल पर मसाला पीसने और चक्की चलाकर गेहूं का आटा बनाने की कला भी उन बड़े वकीलों को सिखा रहे थे, जिन्हें गरीबों की अगुवाई की जिम्मेदारी सौंपी जानी थी।
3. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत-बिन्दुओं के आधार पर लगभग 250 – 300 शब्दों में निबंध लिखें:
(क) देशभक्ति
(i) पृष्ठभूमि
(ii) महत्व
(iii) विश्वबंधुत्व से सम्बन्ध
(iv) उपसंहार
उत्तर:- देशभक्ति, देश के प्रति प्यार और सम्मान की भावना है। देशभक्त अपने देश के प्रति निःस्वार्थ प्रेम तथा उसपे गर्व करने के लिए जाने जाते हैं। दुनिया के हर देश में उनके देशभक्तों का एक समूह होता है, जो अपने देश के विकास के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। हालांकि, देशभक्ति की भावना हर क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ लोगों की बदलती जीवनशैली के कारण लुप्त होती जा रही है।
देशभक्ति का अनुभव स्थापित किया जाना चाहिए
अतीत में, विशेष रूप से ब्रिटिश शासनकाल के दौरान, कई लोग अपने देशवासियों के अंदर देशभक्ति की भावना पैदा करने के लिए आगे आए। देशभक्तों ने बैठकों का आयोजन किया तथा उनके आसपास के लोगों को प्रेरित करने के लिए भाषण देते हुए कई उदाहरणों का उपयोग किया। उसी प्रकार, जब बच्चे छोटें हो तभी से उनके अन्दर देशभक्ति की भावना पैदा की जानी चाहिए। स्कूलों और कॉलेजों में भी बच्चों के अन्दर अपने देश के प्रति प्यार और सम्मान की भावना को स्थापित करना चाहिए।
कई संस्थान 15 अगस्त और 26 जनवरी को समारोह एवं कार्यक्रम आयोजित करते हैं, उनमें देशभक्ति गीत गाए जाते हैं और उस दौरान देशभक्ति की भावना आसपास के पूरे देश को घेरी रहती है। लेकिन क्या यह असली देशभक्ति है? नहीं! ऐसा वातावरण सामान्य रूप से सदैव होना चाहिए ना कि केवल इन विशेष तिथियों के आसपास ही। तभी जाके ये भावनाएं हमेशा के लिए हर नागरिक के दिल में बैठ जाएगी।
वो देश निश्चित रूप से बेहतर हो जाता है, जहां के युवा अपने देश से प्यार करते है तथा उस देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुधारने की दिशा में कार्य करते है।
निष्कर्ष
एक सच्चा देशभक्त वह है जो अपने देश की स्थिती सुधारने में जितना हो सके उतनी कड़ी मेहनत कर अपना पुर्ण योगदान दे सके। एक सच्चा देशभक्त न केवल अपने देश के निर्माण की दिशा में काम करता है बल्कि उसके आस-पास के लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करता है।
4. निर्धन छात्र कोष से सहायता के लिए प्रार्थना करते हुए अपने प्रधानाध्यापक के पास एक आ लिखें ।
उत्तर:-
सेवा में,
श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय, हॉली क्रॉस पब्लिक स्कूल हजारीबाग, झारखण्ड
महाशय,
सविनय निवेदन है कि मैं राजेश कुमार, वर्ग ‘अष्टम आपके विद्यालय का एक बहुत निर्धन छात्र हूँ। मेरे पिताजी एक गरीब निर्धन छात्र हूँ। मेरे पिताजी एक गरीब मजदूर हैं। मेरे कोई संबंधी भी मेरी सहायता में सक्षम नहीं हैं। मैं इस वर्ष नई कक्षा में प्रवेश कर गया है, परंतु मेरे पास कोई पुस्तक नहीं है।
अतः आपसे सादर अनुरोध है कि मुझे निर्धन छात्र कोष से कुछ सहायता प्रदान करें, ताकि मैं कुछ किताबें खरीदकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकूँ । इसके लिए मैं आपका सदा आभारी बना रहूँगा ।
आपका आज्ञाकारी छात्र :- कन्हैया कुमार
वर्ग :- 10 वा
क्रमांक :- 35
दिनांक 15 अप्रैल 2021
5. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर प्रत्येक लगभग 20-30 शब्दों में दे
(क) अंबेदकर के अनुसार जातिप्रथा भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख और प्रत्यक्ष कारण कैसे बनी हुई है ?
उत्तर:- क्योंकि भारत में जाति के आधार पर किसी व्यक्ति को एक विशेष पेशे से बांध दिया जाता है। ऐसी स्थिति में यदि उस पेशे में रोजगार की कोई संभावना नहीं है तो वह व्यक्ति बड़ा असहाय हो जाता है और उसके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो जाता है। वह व्यक्ति किसी पेशे विशेष के लिए ही जाना जाता है तो ऐसी स्थिति में उसके सामने दूसरे पेशे को अपनाने का विकल्प नहीं रह जाता इस कारण बेरोजगारी बढ़ती जाती है। ये व्यवस्था प्राचीन भारतीय समाज में थी और आज के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बदस्तूर जारी है।
हालांकि आज के आधुनिक समय में यह बात आप पूरी तरह प्रासंगिक नहीं रह गई है और अब व्यक्ति को अपनी हुनर और योग्यता के अनुसार पेशा चुनने का अधिकार है। अब व्यक्ति को उसकी जाति के आधार पर किसी पेशा विशेष से नहीं बांधा जाता है। फिर भी जाति व्यवस्था बहुत हद तक भारत में अभी भी अपना प्रभाव जमाए हुए है और बेरोजगारी का यह कारण बन रही है।
(ख) मैक्स मूलर वास्तविक इतिहास किसे मानते हैं और क्यों
उत्तर:- लेखक किसी विषय के भूल उद्गम-स्रोत तक पहुँचने को उसका वास्तविक इतिहास मानता है। क्योंकि, वहीं से उस विषय की मौलिकता, उसका विकास तथा उसकी शाखाओं, प्रशाखाओं तथा जीवन-मूल्य ज्ञात होता है तथा उसका अध्ययन फलदायी होता है।
(ग) ‘स्वाधीनता’ शब्द की सार्थकता लेखक हजारी प्रसाद द्विवेदी क्या बतलाते हैं ?
उत्तर:- लेखक कहते हैं कि स्वाधीनता शब्द का अर्थ है अपने ही अधीन रहना। क्योंकि यहाँ के लोगों ने अपनी आजादी के जितने भी नामकरण किये उनमें हैं. स्वतंत्रता, स्वराज, स्वाधीनता। उनमें स्व का बंधन अवश्य है।
(घ) गुरु नानक की दृष्टि में ब्रह्म का निवास कहाँ है ?
उत्तर:- गुरु नानक देव जी दृष्टि से ब्रह्मा का निवास कहां है गुरु नानक देव जो है वह संप्रदाय के संस्थापक माने जाते हैं उनके दृष्टि से हर व्यक्ति ईश्वर का निवास है ब्रह्मा के निवासी बस मन साफ होना चाहिए हर मानव में ईश्वर ब्रह्मा का निवास होता है।
(ड०) कवि घनानंद अपने आँसुओं को कहाँ पहुँचाना चाहते हैं
उत्तर:- कवि अपनी प्रेयषी सजान के लिए विरह-वेदना को प्रकट करते हए बादल से अपने प्रेमाश्रुओं को पहुँचाने के लिए कहता है। वह अपने आँसुओं को सुजान के आँगन में पहुँचाना चाहता है, क्योंकि वह उसकी याद में व्यथित है और अपनी व्यथा के आँसुओं से प्रेयषी को भिंगो देना चाहता है।
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