Science 10th VVI Questions part – 04
Q.1. कार्बन और उसके यौगिकों का उपयोग ईंधन के रूप में होता है क्यों ?
उत्तर – कार्बन ऐवम उसके यौगिकों का उपयोग ईंधन के रूप में होता है इसके निम्नलिखित कारण है |
(a) ये दहन के फलस्वरूप अधिक ऊष्मा उत्पन्न करता है |
(b) इनका ज्वलन ताप सामान्य होता है |
(c) इनका रख-रखाउ आसान है |
(c) इसके दहन पर नियंत्रण सम्भव है |
Q.2. समजातीय श्रेणी किसे कहते है ? इसकी विशेषता को लिखें ?
उत्तर – वैसे यौगिकों के श्रेणी जिसके सभी सदस्यों को किसी सामान्य सूत्र से व्यक्त किया जाता है तथा किसी भी दो क्रमागत सदस्यों के बीच –CH2 समजातीय श्रेणी कहलाता है |
विशेषता :
(a) सभी यौगिकों के रासायनिक गुण समान होता है |
(b) दो क्रमागत सदस्यों का अणूसूत्र में -CH2 तथा द्रव्यमान में 14amu का अंतर होता है |
Q.3. प्रागकण किसे कहते हैं, वर्षा होने पर प्रागकण पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
उत्तर – प्रागकणो के प्रागकोश से निकलकर उसी पुष्प या उसी जाती के दूसरे पुष्पों को वर्तिकाग्र तक पहुँचने की क्रिया को परागकण कहते हैं |
वर्षा होने पर प्रागकण में बाधा उत्पन्न होती है वर्षा से वर्तिकाग्र पर पहुँचे प्रागकण झर जाते हैं |
Q.4. परितंत्र में अपघटक की क्या भूमिका है ?
उत्तर – पर्यावरण में संतुलन स्थापित करने में अपघटक के महत्त्वपूर्ण भूमिका है , यह पौधौं तथा जंतुओं के मृत शरीर तथा अन्य वज्र पधार्थों में उपस्थित कार्बोनिक पधार्थों को अकार्बोनिक तत्वों में मुक्त कर देते हैं जो विभिन्न गैसों के रूप में वायुमंडल में चले जाता है या मिट्टी में मिल जाता है |
Q.5. आहार जाल से क्या समझते हैं ?
उत्तर – पारिस्तिथिक तंत्र में एक साथ कई आहार श्रीनखलाएँ समांतर रूप से से उपस्तिथ होती है , ये आहार श्रीनखलाएँ हमेशा सीधी ना हो एक दूसरे से आरे-तिरछे जुड़कर एक जाल जैसी संरचना बनाती है जिसे आहार जाल या खाद जाल कहते हैं |